मानव शरीर की रगों में दौड़ते खून की सलामती के लिए जरूरी है Vitamin K, इसकी कमी शरीर को कमजोर नहीं करती बल्कि खत्म कर सकती है । जानें इस विटामिन से जुड़े ये फैक्ट्स …
New Delhi, Nov 30 : विटामिन ए, बी, सी, डी के बारे में तो हम काफी पढ़ते हैं, कोशिश करते हैं इन सभी विटामिन से भरपूर खुराक हम खाते रहें । लेकिन एक विटामिन जिसकी चर्चा कम होती है वो है विटामिन के । Vitamin K हमारे शरीर के लिए उतना ही इम्पॉर्टेंट है जितना कि जिंदा रहने के लिए हमारा सांस लेते रहना । हमारे शरीर में ये ब्लड क्लॉटिंग में अहम रोल प्ले करता है । ब्लीडिंग इंटरनल हो या फिर एक्सटर्नल, इसे रोकने के लिए विटामिन के की जरूरत होती है ।
क्या है Vitamin K ?
ये शरीर में प्रोटीन निर्माण का काम करता है जो कि ब्लड को गाढ़ा रखने में सहायक होता है । विटामिन के दो हिस्सों में बांटा गया है , पहला है विटामिन के 1 और दूसरा है विटामिन के 2 । दोनों ही विटामिन की अपनी-अपनी भूमिका है । विटामिन के1 को सबसे बड़ा सोर्स हरी और पत्तेदार सब्जियां हैं, जैसे पालक । वहीं विटामिन के 2 प्राकृतिक रूप से मनुष्य की आंतों में मिलता है । जंक फूड का सेवन करने वालों को इस विटामिन की कमी से जूझना पड़ता है ।
दिल की प्रॉब्लम
विटामिन के का संबंध खून से है और खून को पंप करने का काम हार्ट का है । Vitamin K की कमी से व्यक्ति को हार्ट की समस्या हो सकती है । एक स्टडी के अनुसार 57 फीसदी लोग ऐसे हैं जिनमें विटामिन के 2 की कमी होती है और वो दिल का दौरा पड़ने से मर जाते हैं । इस विटामिन की कमी से दिल को सीधे नुकसान पहुंचता है । शरीर में इस विटामिन की कमी मौत को दावत देनी जैसी है, इसलिए ये कमी ना होने दें ।
जानलेवा कैंसर
Vitamin K इंसान को कैंसर के खतरे से बचाता है । इसमें एंटी कैंसर एजेंट होता है जो ब्लड सेल्स को कैंसर कोशिकाओं में तब्दील नहीं होने देता । इस विटामिन की कमी से मनुष्य को कैंसर होने का खतरा काफी गुना तक बढ़ जाता है । इसकी कमी इंसान में लंग, ब्रेस्ट, कोलोरेक्टल और प्रोस्टेट ग्लैंड पर असर डालती है । डायट में विटामिन के का भरपूर इस्तेमाल करें और ऐसे किसी भी खतरे को अपनी जान से ना खलने दें ।
ऑस्टियोपोरोसिस
डॉक्टरों द्वारा की गई एक रिसर्च में सामने आया है कि Vitamin K खून के अलावा हड्डियों के मेटाबॉलिजम के लिए भी जरूरी है । इसकी कमी से हड्डिायों को बुरी तरह कमजोर करने वाली बीमारी ऑस्टियोपोरोसिस हो सकती है । ये हड्डियों को अंदर से खोखला करती है और उसे कमजोर बनाने लगती है । 40 से ज्यादा के लोगों को विटामिन के का भरपूर सेवन करना चाहिए । समय से पहले हड्डियां जवाब ना दें इसके लिए ध्यान रखना जरूरी है ।
ब्लीडिंग
Vitamin K की कमी होने से ब्लड कलॉटिंग की प्रकिया पर असर पड़ता है । इसकी कमी होने से आपको लगने वाली हर छोटी बड़ी चोट पर बहने वाले खून को आप रोक नहीं पाते । छोटी-छोटी चोट में भी इतना खून बह जाता है कि आपको दिल का दौरा या फिर सीवियर एनीमिया के चांसेज बन जाते हैं । ऐसे भोजन का सेवन करना आपके लिए फायदेमंद होगा जिसमें विटामिन के भरपूर मात्रा में हो । महिलाओं में विटामिन के की कमी उन्हें परेशान कर सकती है ।
कमजोर हड्डियां
40 की उम्र के बाद हड्डियां अपनी डेनसिटी खोने लगती हैं । Vitamin K की कमी हड्डियों के लिए और मुश्किल पैदा करती हैं । इसकी कमी से हड्डियों के टूटने की संभावना बड़ जाती है । हड्डियों को स्ट्रॉन्ग रखने के लिए, उनका मेटाबॉलिजम बनाए रखने के लिए विटामिन के युक्त भोजन लेते रहें । उम्र बढ़ने के साथ सेहत पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है । समय-समय पर अपनी शारीरिक जांच भी कराते रहें ।
उम्र का असर
Vitamin K की कमी का असर आपकी उम्र पर भी पड़ता है । आप उम्र से पहले एजिंग के शिकार हो सकते हैं । त्वचा पर झुर्रियां पड़नी शुरू हो सकती हैं, दाग धब्बे बढ़ने लगते हैं । विटमिन के की कमी से आपको दिल, हड्डियों समेत कई दूसरी बीमारियों का खतरा बना रहता है ऐसे में उम्र पर इसका असर दिखना लामी है । समय रहते अपनी लाइफस्टाइल बदलें और कुछ हैल्दी खाना शुरू करें जो विआमिन के से भरपूर हो ।
जन्मजात बीमारियां
बच्चे में अगर जन्म से ही विटामिन के की कमी हो तो उसे कई तरह की गंभीर बीमारियां होने के खतरे बढ़ जाते हैं । ऐसे हालात में माता का विटामिन के युक्त भोजन करते रहना आवश्यक है । इसकी कमी से बच्चे का अविकसित होना, शारीरिक अंगों का विकास ना हो पाना, दिल से जुड़ी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है । गर्भवती को चहिए कि वो अपनी डायट पर ध्यान दें और Vitamin K युक्त भोजन का सेवन करें ।