क्‍या आप भी खाते हैं पेनकिलर्स ? इस गंभीर बीमारी के लिए तैयार रहिए

मेडिकल शॉप में आसानी से मिलने वाले पेनकिलर्स क्‍या आपको वाकई दर्द से राहत पहुंचाते हैं, इस सवाल का जवाब ढूढ़ेंगे तो ये रिसर्च आपके होश उड़ा देगी ।

New Delhi, Jun 20 : सिर दर्द, पेट दर्द, कमर दर्द, बदन दर्द या फिर मांसपेशियों में होने वाला दर्द । ऐसे दर्द जब बढ़ जाते हैं पेन किलर आसानी से मिलने वाली एक उम्‍मीद दिखती है । इसे लेकर हमारा दर्द तो थोड़ी देर के लिए गायब हो जाता है लेकिन इस एक दर्द निवारक गोली का असर हमारे शरीर पर लंबे समय तक बना रहता है । कई नामों से बाजार में आने वाले ये पेनकिलर्स शरीर पर बड़ा नुकसान दायक असर करती हैं ।

समस्‍याओं का कारण : पेनकिलर्स
मेलबर्न में हुई एक रिसर्च कहती है कि ज्‍यादा पेनकिलर लेना पेट में अलसर और इंटरनल ब्‍लीडिंग जैसी समस्‍याओं का कारण बन सकती है । ऑस्ट्रे्लिया में जॉर्ज इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल हेल्थ की रिसर्च में ये बात सामने आई है कि इन दवाओं को खाने से हर 6 में से 1 का ही इलाज हो पाता है । इसके कोई सबूत नहीं है कि दर्द में राहत पेनकिलर्स से मिली है या किसी और वजह से ।

रिसर्च में फेल हुए दर्द निवारक !
दर्द मिटाने वाली इन दवाओं को नॉन स्टेरायडल एंटी इन्फ्लेमेट्री (NSAID) के नाम से जाना जाता है। पेनकिलर्स के इफेक्‍ट को लेकर पहले भी कई बार अध्‍ययन हो चुके हैं । दर्द निवारण का दावा करने वाली ऐसी ही एक प्रचलित दवा इस रिसर्च में फेल पाई गई है । रिसर्च के नतीजे कहते हैं कि इन दवाओं से आपको फौरी राहत मिल सकती है लेकिन ये दर्द का परमानेंट इलाज नहीं हैं ।

चौंकाने वाले तथ्‍य आए सामने
ऐसी दवाएं दर्द को कम जरूर करती हैं लेकिन आपको लॉन्‍ग टर्म में नुकसान भी पहुंचाती है । इसका ज्‍यादा या बार 5 बार सेवन करना आपको बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है । मेलबर्न में खास तौर पर कमर दर्द को लेकर की गई इस रिसर्च में करीब 6000 लोगों पर पेनकिलर्स के इफेक्‍ट को 30 से ज्‍यादा बार आजमाया गया । रिसर्च में जो सामने आया वो चौंकाने वाला था ।

शरीर के दूसरे अंगों को नुकसान
ये दवाएं असर करने के साथ – साथ शरीर को दूसरे नुकसान भी पहुंचा रही थी । इन लोगों में गैस्ट्रिक प्रॉब्लम और इंटेस्टाजइन जैसी प्रॉब्लम्स देखी गईं । एनुअल ऑफ द रूमैटिक डिजीज में छपी इस रिसर्च में डॉक्‍टर्स ने लोगों को दवाओं की बजाय रोज एक्‍सरसाइज करने पर जोर दिया है । डॉक्‍टरों के मुताबिक रूटीन सही करने से भी बैक पेन जैसे लाइफस्‍टाइल इश्‍यू से निजात पाई जा सकती है ।